झील सी आँखे।

याह अल्लाह अगर हम उनकी झील सी आँखों में खो जाते।

तो ,
तो तुम्हारी कसम ,

हमारी जुबां से सिर्फ मुहब्बत के अलफ़ाज़ बहार आते।


शान ( उर्फ़ सुभम ) की कलम से। 

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

किस्मत का लेखा जोखा है

कम तजुर्बे में युगों को देखा है

ETERNAL LOVE